Offside Rule explained in Hindi | फुटबॉल का ऑफ साइड रूल क्या होता है इन हिंदी।
हेलो दोस्तों आज मै आपको फुटबॉल के ऑफ़साइड रूल के बारे मे बताने वाला हूँ , इसे समझना कुछ लोगों के लिए काफी कठिन होता है क्यूंकि इस रूल का इस्तमाल फुटबॉल के अलावा किसी और गेम में बहोत ही कम होता है।
तो दोस्तों ऑफ़साइड रूल को अच्छे से समझने के लिए ये जरूरी है की आपको पहले फुटबॉल के बेसिक रूल के बारे म अच्छे से जानकारी हो, अगर आपको फुटबॉल रूल्स की ज्यादा अच्छे से जानकारी नहीं यही तो मैं एक नया आर्टिकल लिख के उसका लिंक आपको देदूँगा।
तो दोस्तों फुटबॉल में कभी कभी ऐसा भी होता है की गोल मरने के बाद भी वो गोल माना नहीं जाता और रेफरी एक फ्री किक देदेता है दूसरी टीम को। ऐसा तब होता है जब गोल मारने वाला खिलाडी ऑफ़साइड हो या फिर ऑफ साइड पोजीशन में खड़ा हो।
जब कोई खिलाडी दूसरी टीम के सारे खिलाड़िओं से भी आगे खड़ा हो एंड उसके साथी खिलाडी उससे गोल मरने के लिए बॉल पास करदें तब वो खिलाडी ऑफ़साइड कहलाता है। ऐसा इसलिए है ताकि कोई भी खिलाडी हमेशा गोलकीपर के पास खड़ा होकर बॉल का इंतज़ार न करे क्यों की ऐसा करने से उसके लिए गोल मारना आसान होजाता है और दूसरी टीम के लिए गोल बचाना बहोर मुश्किल।
तो किसी खिलाडी को ऑफ साइड होने से बचने के लिए अपने आप को पहले दूसरी टीम के सारे डिफेंडर खिलाड़िओं से या फिर जो भी खिलाडी आखिर में खड़े है गोलकीपर को छोड़ के (क्यूंकि वो कभी अपने डब्बे से बहार नहीं निकलते) बाकी खिलाड़िओं के पीछे खड़ा होना चाहिए जब तक बॉल को पास न कर दिया जाए उसकी तरफ। एक बार बाल को पास करदिया जाए तब वो खिलाडी भाग के उसे लेके गोल मारने की कोशिस कर सकता है।
इस ऑफ साइड रूल को देखने के लिए एक रेफ्रे हमेशा फुटबॉल ग्राउंड के साइड में खड़े होके देखता रहता है। ऑफ साइड रूल के भी कुछ छूट हैं जैसे की थ्रो इन के टाइम उसे नहीं माना जाता और अगर खिलाडी बॉल को छूने की कोशिस न करे या फिर खेल में आए ही ना जब वो ऑफ साइड मे खड़ा हो तब खेल बिना फ्री किक दिए चलता रह सकता है।
तो दोस्तों ये था फुटबॉल में इस्तमाल होने वाला ऑफ़साइड रूल, अगर आपको कुछ पूछना हो तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं। तबतक के लिए अलविदे फिर मिलते हैं किसी और बात पर। वापस जरूर आईयेगा।
तो दोस्तों ऑफ़साइड रूल को अच्छे से समझने के लिए ये जरूरी है की आपको पहले फुटबॉल के बेसिक रूल के बारे म अच्छे से जानकारी हो, अगर आपको फुटबॉल रूल्स की ज्यादा अच्छे से जानकारी नहीं यही तो मैं एक नया आर्टिकल लिख के उसका लिंक आपको देदूँगा।
तो दोस्तों फुटबॉल में कभी कभी ऐसा भी होता है की गोल मरने के बाद भी वो गोल माना नहीं जाता और रेफरी एक फ्री किक देदेता है दूसरी टीम को। ऐसा तब होता है जब गोल मारने वाला खिलाडी ऑफ़साइड हो या फिर ऑफ साइड पोजीशन में खड़ा हो।
जब कोई खिलाडी दूसरी टीम के सारे खिलाड़िओं से भी आगे खड़ा हो एंड उसके साथी खिलाडी उससे गोल मरने के लिए बॉल पास करदें तब वो खिलाडी ऑफ़साइड कहलाता है। ऐसा इसलिए है ताकि कोई भी खिलाडी हमेशा गोलकीपर के पास खड़ा होकर बॉल का इंतज़ार न करे क्यों की ऐसा करने से उसके लिए गोल मारना आसान होजाता है और दूसरी टीम के लिए गोल बचाना बहोर मुश्किल।
तो किसी खिलाडी को ऑफ साइड होने से बचने के लिए अपने आप को पहले दूसरी टीम के सारे डिफेंडर खिलाड़िओं से या फिर जो भी खिलाडी आखिर में खड़े है गोलकीपर को छोड़ के (क्यूंकि वो कभी अपने डब्बे से बहार नहीं निकलते) बाकी खिलाड़िओं के पीछे खड़ा होना चाहिए जब तक बॉल को पास न कर दिया जाए उसकी तरफ। एक बार बाल को पास करदिया जाए तब वो खिलाडी भाग के उसे लेके गोल मारने की कोशिस कर सकता है।
इस ऑफ साइड रूल को देखने के लिए एक रेफ्रे हमेशा फुटबॉल ग्राउंड के साइड में खड़े होके देखता रहता है। ऑफ साइड रूल के भी कुछ छूट हैं जैसे की थ्रो इन के टाइम उसे नहीं माना जाता और अगर खिलाडी बॉल को छूने की कोशिस न करे या फिर खेल में आए ही ना जब वो ऑफ साइड मे खड़ा हो तब खेल बिना फ्री किक दिए चलता रह सकता है।
तो दोस्तों ये था फुटबॉल में इस्तमाल होने वाला ऑफ़साइड रूल, अगर आपको कुछ पूछना हो तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं। तबतक के लिए अलविदे फिर मिलते हैं किसी और बात पर। वापस जरूर आईयेगा।
Ek player ball lekr ja rha h or dusra uske sath sath offside me bhag rha but ball use pass nhi krta to kya ye offside me nhi mana jayega
ReplyDeleteNahi
DeleteAgar koi kheladi air me pass de aur uska sathi kheladi off side me khada ho aur boh ball ko receive nahi keya ho to boh off side ho ga ya nahi
ReplyDeleteGoal keeper ne goal kick mara aur oske player me ball recive position me aur wo half ke pass offside me h to kya wo offside ho ki nhi
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